Vaishvikaran se kya abhipray hai वैश्वीकरण का अभिप्राय
vaishvikaran se kya abhipray hai आज का समय, जो विश्व को एक परिधि में लाकर खडा कर दिया है। आज के मनुष्य का दैनिक जीवन विश्व के किसी भी कोने …
In this category you can read research articles related to tribal communities.
vaishvikaran se kya abhipray hai आज का समय, जो विश्व को एक परिधि में लाकर खडा कर दिया है। आज के मनुष्य का दैनिक जीवन विश्व के किसी भी कोने …
आदिवासी समुदायों की अर्थव्यवस्था प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है। (ऊपरी तौर पर अनायास प्राप्त होने वाले साधन और वनोपज) इस व्यवस्था में साधारण-सी कृषि पद्धतियाँ प्रचलित होती हैं, यह व्यक्ति …
संपूर्ण विश्व आज अपनी भौगोलिक सीमाओं को मुक्त कर चुका है। सभी देश अपनी संवृद्धि हेतु आर्थिक संसाधनों की ऐसी पृष्टभूमि बनाना चाहते हैं जिनसे सर्वसमावेशी संवृद्धि को साधा जा …
वैश्वीकरण का यह दौर तथा आदिवासी समाज की स्थिति दोनों विरोधाभासी हैं। वैश्वीकरण के जितने लाभ, गुण एवं सकारात्मकता के लक्षण हैं, वे सभी मुख्य धारा, पूँजीपति वर्ग, विकसित देशों …
आदिवासी अस्मिता का संरक्षण ही पर्यावरण संरक्षण है क्योंकि आदिवासी जीवन मूल्य, उनके आचार, विचार, उनका अतीत ज्ञान, उनकी संस्कृति तथा जीवन शैली पर्यावरण और पारिस्थितिकी के अनुकूल हैं। आज …
What are the Characteristics of Tribal Communities ? आदिवासी समुदाय प्राचीन काल से एक पृथक समाज रहा है, उसकी एक विशिष्ट सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक व्यवस्था भी है। आदिवासी समाज …
“प्रीती न जाने जात कुजात, भूख न जाने बांसी भात, नींद न जाने टूटी खाट, प्यास न जाने धोबी घाट।।” आदिवासी लोकगीतों से सादर आदिवासी समुदायों के संदर्भ में Manav …
आदिवासी समुदायों के संदर्भ में Manav Adhikar kya hai मानवाधिकार क्या है? हम इस विषय पर इसके पहले दो भाग प्रकाशित कर चुके हैं। यह उसी विषय पर तीसरा भाग …